tag:blogger.com,1999:blog-2349538382248747506.post4939567914074827104..comments2023-10-30T17:45:30.404+05:30Comments on बुरांश (एक प्रतीक ): जो बात इस जगह है कहीं पै नहीं.............. पी.एस .भाकुनीhttp://www.blogger.com/profile/10948751292722131939noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-2349538382248747506.post-51190022608665606512013-02-01T17:39:24.700+05:302013-02-01T17:39:24.700+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति ....बहुत सुन्दर प्रस्तुति ....कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2349538382248747506.post-5648839852821514572012-11-02T13:16:10.343+05:302012-11-02T13:16:10.343+05:30यह गार्डन देखा हुआ है ....कमाल की क्लाकृतियाँ बन...यह गार्डन देखा हुआ है ....कमाल की क्लाकृतियाँ बनाई हैं ..... आपने उनका वर्णन भी बहुत कलात्मकता से किया है ... संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2349538382248747506.post-89022446016774063262012-10-31T14:23:25.907+05:302012-10-31T14:23:25.907+05:30बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति और वर्णन .. बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति और वर्णन .. डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2349538382248747506.post-70950920846667715432012-10-24T10:39:26.383+05:302012-10-24T10:39:26.383+05:30कलाकार हर किसी में होता है मगर नेकचंद ने साकार किय...कलाकार हर किसी में होता है मगर नेकचंद ने साकार किया...<br />शुभकामनायें ! Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2349538382248747506.post-84066024333094599072012-10-19T07:10:46.284+05:302012-10-19T07:10:46.284+05:30बहुत ही प्रशंसनीय प्रस्तुति। मेरे नए पोस्ट पर आपका...बहुत ही प्रशंसनीय प्रस्तुति। मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है। धन्यवाद।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2349538382248747506.post-5347128746901937272012-10-17T05:18:23.981+05:302012-10-17T05:18:23.981+05:30सराहनीय एवं रोचक ढंग से प्रस्तुत पोस्ट....सराहनीय एवं रोचक ढंग से प्रस्तुत पोस्ट.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2349538382248747506.post-90462787560476982872012-10-16T17:01:49.742+05:302012-10-16T17:01:49.742+05:30आपने सही कहा,,,, जो बात इस जगह है कहीं पै नहीं...क...आपने सही कहा,,,, जो बात इस जगह है कहीं पै नहीं...कम से कम ऐसी जगह मुझे तो कही देखने को नही मिली,,,,मनमोहक प्रस्तुति,,,,,<br /><br />नवरात्रि की शुभकामनाएं,,,,<br /><br />RECENT POST <a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/10/blog-post_14.html#comment-form" rel="nofollow">...: यादों की ओढ़नी</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2349538382248747506.post-21291685341112495532012-10-16T16:59:21.967+05:302012-10-16T16:59:21.967+05:30चौरासी में था वहाँ, चार वर्ष का काम |
नेकचंद की कल...चौरासी में था वहाँ, चार वर्ष का काम |<br />नेकचंद की कला का, हुआ चतुर्दिक नाम |<br />हुआ चतुर्दिक नाम, लगाया फिर से चक्कर |<br />करे प्रभावित लेख, बड़ा आभारी रविकर |<br />अजगर हाथी शेर, धरा के सारे वासी |<br />भरे पड़े हैं ढेर, लाख योनी चौरासी ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2349538382248747506.post-58769961632136446922012-10-16T16:37:44.486+05:302012-10-16T16:37:44.486+05:30बहुत साल पहले जब विद्यार्थी था तब इस जगह के दर्शन ...बहुत साल पहले जब विद्यार्थी था तब इस जगह के दर्शन किये थे, फिर करीब ८-१० साल बाद सपरिवार गया तो अहसास हुआ कि इस रुक गार्डन में अनेक तब्दीलिया हो गयी थी ! मैं इस भ्रम में था कि इसे बिना छेड़े ही ज्यों का त्यों रखा गया है ! पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com