बुरांश" एक जंगली फूल.....इसके विशालकाय पेड़ को मैं गमले मै उगाने का प्रयास कर रहा हूँ , मै चाहता हूँ कि इसकी सुन्दरता और इसकी महक से कोई भी बंचित न रह जाय .......
शनिवार, 2 जनवरी 2010
Nutan Versh Ki Shubh Kaamnayen.
आने वाले तेरा स्वागत, उसे विदा जो बीत गया. हर्षित मन से करूँ कामना, मंगलमई हो साल नया.
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