खाइये ! खाइये !
रिश्वत खाइये,
कम से कम
इसी बहाने
आपके हिस्से कि रोटी
किसी भूखे को
नशीब तो होगी ,
किन्तु जनाब !
मेरी एक सलाह है
मानियेगा जरुर ,
सप्ताह में एक बार
ईशवर के लिए
उपवास अवश्य रखियेगा ,
ताकि !
आपकी आने वाली पीडी को
यह शिकायत न रहे कि
उनके पूर्वजों को
ईशवर का भी भय न था..........!
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