सांप्रदायिक सौहार्द का
आह्वान करने वाला
जब कभी भी
सड़कों पर उतरता है तो
उसे भी तलाश होती है
एक ऐसे सांप्रदायिक कि
जो अपना एक मात्र
अधिकार भी
उसकी झोली में डाल दे
और
बदले मे ले ले ,
ढेर सरे आश्वशनों के साथ
एक सुखी एवं सम्रद्ध
भारत का सपना.....
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